54 निजी विश्वविद्यालय 'डिफॉल्टर' घोषित
यूजीसी का बड़ा फैसला: 54 निजी विश्वविद्यालयों को 'डिफॉल्टर' घोषित कर छात्र-अभिभावकों की मुश्किलें बढ़ाईं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने देश भर की 54 निजी विश्वविद्यालयों को 'डिफॉल्टर' घोषित कर दिया है। इस अहम फैसले के बावजूद, उर्दू अखबारों ने इसे वह तवज्जो नहीं दी जिसकी यह हकदार थी, जबकि दूसरी भाषाओं के अखबारों ने इसे इतना सनसनीखेज अंदाज में पेश किया कि मानो इन सभी विश्वविद्यालयों को 'नकली' करार दे दिया गया हो। यूजीसी ने हालांकि इन विश्वविद्यालयों पर 'डिफॉल्टर' का लेबल जरूर लगा दिया है, मगर इस शब्दावली की कोई स्पष्ट और विस्तृत व्याख्या पेश नहीं की। महज छात्रों और अभिभावकों को 'सावधान' रहने की सलाह देकर आयोग ने अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने की कोशिश की है। यूजीसी का मंतव्य है कि वह इन विश्वविद्यालयों को दिशा-निर्देशों पर अमल का मौका दे रहा है, वरना उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। लेकिन सवाल यह उठता है कि इस बीच इन्हीं विश्वविद्यालयों में पढ़ रहे या दाखिले की उम्मीद लगाए हजारों छात्रों का भविष्य क्या होगा? यूजीसी ने सिर्फ यह कहकर अपना ...